Osho Dhyan Aur Utsav Ke Ojasvi Rishi (ओशो ध्यान और उत्सव के ओजस्वी ऋषि)

Osho Dhyan Aur Utsav Ke Ojasvi Rishi (ओशो ध्यान और उत्सव के ओजस्वी ऋषि)

Dr. Vasant Joshi

19,62 €
IVA incluido
Disponible
Editorial:
Repro India Limited
Año de edición:
2024
ISBN:
9788128838545
19,62 €
IVA incluido
Disponible

Selecciona una librería:

  • Librería Perelló (Valencia)
  • Librería Aciertas (Toledo)
  • El AlmaZen del Alquimista (Sevilla)
  • Librería Elías (Asturias)
  • Librería Kolima (Madrid)
  • Donde los libros
  • Librería Proteo (Málaga)

ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंचने में।

Artículos relacionados

Otros libros del autor

  • Osho Dhyan Aur Utsav Ke Ojasvi Rishi (ओशो ध्यान और उत्सव के ओजस्वी ऋषि)
    Dr. Vasant Joshi
    ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंच...
    Disponible

    33,26 €