अज्ञान का बोध, रहस्य का बोध, अभाव का बोध। अगर इन तीन सूत्रों पर किसी भी जीवन में कोई भी दृष्टि आ जाए तो क्रांति सुनिश्चित है। और उस क्रांति के बाद बिलकुल एक नया मनुष्य उसके भीतर से जन्म ले लेगा, एक बिलकुल दूसरा मनुष्य, एक बिलकुल ही दूसरा मनुष्य-- अति साधारण, अति सरल। लेकिन अति साधारण और अति सरल से असाधारण और न कोई है और न हो सकता है।ओशोपुस्तक के कुछ मुख्य विषय-बिंदुः* शिक्षा और स्वतंत्रता* अनुशासन और विद्रोह* प्रेम का बोध* विज्ञान और धर्म* धर्म सूचना नहीं है, अनुभव है* मनुष्य की पूरी प्रकृति का रूपांतरण होना चाहिए, दमन नहीं